खुलासा ए क़ुरआन - सूरह (066) अत तहरीम
सूरह (066) अत तहरीम
(i) नबी का इख़्तियार
अल्लाह की हराम व हलाल की हुई चीज़ों में नबी को भी कोई इख़्तियार नहीं है। (1)
(ii) अज़वाज ए मुतहहरात को तंबीह
नबी करीम सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम उम्मुल मोमेनीन ज़ैनब बिन्ते जहश रज़ि अल्लाहु अन्हा के पास कुछ देर ठहरते और वहां शहद पीते थे, उम्मुल मोमेनीन आएशा और हफ़सा रज़ियल्लाहु अन्हुमा ने वहां ज़्यादा देर ठहरने से रोकने के लिए एक योजना बनाई कि उनमें से जिस के पास भी अल्लाह के रसूल आएं तो कहे कि आप के मूंह से मग़ाफ़ीर की बू आती है (मग़ाफ़ीर एक क़िस्म का फूल होता है जिसमें कुछ महक होती है और अगर शहद की मक्खी उस से शहद हासिल कर ले तो उसके अन्दर भी वह महक आने लगती है) चुनाँचे उन्होंने ऐसा ही किया। आपने जवाब में फ़रमाया, मैंने तो ज़ैनब के यहां सिर्फ़ शहद पिया है अब मैं क़सम खाता हूं कि कभी शहद नहीं पियूँगा लेकिन यह बात किसी को मत बताना। मगर यह बात एक ने दूसरे से बता दी उसपर अल्लाह ने तंबीह की कि तुम दोनों तौबा करो नहीं तो हो सकता है कि रसूल तुम्हें तलाक़ दे दे और अल्लाह तुम्हारे बदले मोमिन, फ़रमाबरदार, तौबा करने वाली , इबादत गुज़ार, रोज़ादार, बेवा और कुंवारी बीवियां अता कर दे। (3 से 5, सही बुख़ारी 4912, 6691)
(iii) सच्ची तौबा
मोमिन को ऐसी तौबा करना चाहिए कि उसके बाद गुनाह के क़रीब न फटके। ऐसी तौबा का बदला जन्नत है। (4)
हदीस में है, जिसने तन्हाई में अल्लाह को याद किया और आंखों से आंसू जारी हो गए वह क़यामत के दिन अल्लाह के साये में होगा। (सही बुख़ारी 660)
(iv) जहन्नम की आग
लोगों पर वाजिब है कि ख़ुद को और अपने बीवी बच्चों को जहन्नम की आग से बचाने की फ़िक्र करें। (6)
(v) इस्लाम किसी की जागीर नहीं
नूह और लूत अलैहिमस्सलाम की बीवियां काफ़िर थीं जबकि फ़िरऔन की बीवी आसिया मुस्लिम और जन्नत में औरतों की सरदार होंगी ("मरियम बिन्त इमरान के बाद जन्नत में औरतों की सरदार फातिमा, ख़दीजा और आसिया हैं।" सिलसिलातुस सहीह 3507)। ऐसे ही मरयम अलैहस्सलाम की पाकीज़गी की गवाही दी गई है। (10 से 12)
आसिम अकरम (अबु अदीम) फ़लाही
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