दूसरा सवाल आप ने गलत तरीके से पूछा हैं। मैंने दूसरे ओप्शन पर क्लिक किया, वो जवाब ये हैं कि अल्लाह शिर्क को माफ नहीं करेगा। ये तो सहीह जवाब हैं। दरअसल सवाल ये होना चाहिए कि 'कोई आदमी अगर शिर्क करे, उस के बाद उसे एहसास हो और वो तौबा कर ले, तो उस ने जो गुजिश्ता जिंदगी शिर्क में गुजारी, वो अल्लाह माफ करेगा?'
और दूसरा ओप्शन, जो कि गलत हैं वो ये होना चाहिये कि 'अल्लाह माफ नहीं करेगा।'
आप ने जिस नजरिए से सवाल पूछा हैं और जो ओप्शन दिये हैं, ऊस में कोई भी धोका खा सकता हैं।
@solly fitter maaf karna na karna ALLAH ke haath hai... "ख़ुदा उस जुर्म को तो अलबत्ता नहीं माफ़ करता कि उसके साथ शिर्क किया जाए हॉ उसके सिवा जो गुनाह हो जिसको चाहे माफ़ कर दे और जिसने (किसी को) ख़ुदा का शरीक बनाया तो उसने बड़े गुनाह का तूफान बॉधा" [surah nissa : 48] is aayat se wazeh hota hai ke ALLAH jise chahe maaf karega...
6 टिप्पणियाँ
Mashallah bahut khoob
जवाब देंहटाएंSirf 3 hi sawal he ye to 10 ate he har bar
जवाब देंहटाएंदूसरा सवाल आप ने गलत तरीके से पूछा हैं। मैंने दूसरे ओप्शन पर क्लिक किया, वो जवाब ये हैं कि अल्लाह शिर्क को माफ नहीं करेगा। ये तो सहीह जवाब हैं। दरअसल सवाल ये होना चाहिए कि 'कोई आदमी अगर शिर्क करे, उस के बाद उसे एहसास हो और वो तौबा कर ले, तो उस ने जो गुजिश्ता जिंदगी शिर्क में गुजारी, वो अल्लाह माफ करेगा?'
जवाब देंहटाएंऔर दूसरा ओप्शन, जो कि गलत हैं वो ये होना चाहिये कि 'अल्लाह माफ नहीं करेगा।'
आप ने जिस नजरिए से सवाल पूछा हैं और जो ओप्शन दिये हैं, ऊस में कोई भी धोका खा सकता हैं।
@solly fitter maaf karna na karna ALLAH ke haath hai... "ख़ुदा उस जुर्म को तो अलबत्ता नहीं माफ़ करता कि उसके साथ शिर्क किया जाए हॉ उसके सिवा जो गुनाह हो जिसको चाहे माफ़ कर दे और जिसने (किसी को) ख़ुदा का शरीक बनाया तो उसने बड़े गुनाह का तूफान बॉधा" [surah nissa : 48] is aayat se wazeh hota hai ke ALLAH jise chahe maaf karega...
जवाब देंहटाएंisme bhi pure 10 sawal hai bas pattern badla hua hai... niche next ka option hai use click karte jaye... Jazak ALLAH khair
जवाब देंहटाएंSawaal interesting the.
जवाब देंहटाएंकृपया कमेंट बॉक्स में कोई भी स्पैम लिंक न डालें।