sawdhani hati FIR kati

 
sawdhani hati fir kati

सावधानी हटी एफआईआर कटी

👉 बेहद अफ़सोस के साथ ये बताना पड़ रहा है के फेसबुक फ्रेंड में से एक बेहद अज़ीज़ और तकवादार बहन के खिलाफ़ बिहार में उनकी किसी फेसबुक पोस्ट/कॉमेंट के ख़िलाफ़ किसी ने कुछ दिन पहले केस दर्ज करवा दिया था जिसका लीगल नोटिस उनको कल परसों मिला जिसमें तीन और अनजान लोगों के भी नाम है, जबकि वो बहन दूसरे राज्य से हैं और बाक़ी लोगों को जानती तक नहीं..इस मामले के बाद मैं उन तमाम नादान लोगों के लिए दुआगो हूं जो साजिश करने वालों के जाल में फंस कर अपनी और दूसरे लोगों की कमज़ोरियां शेयर कर रहे हैं और साथ ही उनको मशवरा भी देता हूं के सोशल मीडिया का इस्तेमाल पूरी एहतियात और भरोसे के लोगों के साथ तक ही करें.. अब आइए इस केस के बाद इस तरह होने वाले मामलों को समझने की कोशिश करते हैं ताकि आईंदा हमसे ये गलती न हो


👉आपने ऐसी कई मशहूर प्रोफाइल देखी होंगी जो बहुत एक्टिव रह कर काम करते करते एक दिन अचानक गायब हो जाती हैं या अपने तौर तरीक़े बिल्कुल बदल कर ख़ामोशी इख्तियार कर लेती हैं, जब उन लोगो से कोई उसकी वजह जानना चाहता है तो वो कहते हैं के अब ये सब करने का दिल नहीं करता, या हम आजकल अपने दूसरे कामों में मसरूफ़ हो गए हैं, लेकिन ऐसे बहुत से मामलों में एक बड़ी वजह उन पर की गई क़ानूनी कार्यवाही भी होती है जिसको बदनामी और सिस्टम की रडार से बचे रहने के डर से वो किसी को भी नहीं बताते और इसी वजह से ऐसे मामलों में दूसरे लोग हिदायत नहीं ले पाते और कुछ दिन बाद ऐसे मामलों में कोई दूसरा तीसरा इंसान फंसता रहता है.... इस तरह के मामले में फंसने वाले तो ख़ामोश हो कर घर बैठ जाते हैं लेकिन फंसाने वाले लगातार अपना काम करते हुए नए शिकार तलाश करते हैं और किसी को कभी ख़बर भी नहीं होती के असल शिकारी है कौन जबकि शिकार हुआ इंसान सिस्टम को ही शिकारी समझ रहा होता है


👉आइए जानते हैं आपके बीच छुपे मुनाफिक कैसे आपका शिकार तीन तरह से करते हैं...


पहला तरीक़ा के सबसे पहले तो ये लोग आपके जैसी पहचान की बहुत सारी प्रोफाइल बनाते हैं और फिर उन सब प्रोफाइल के साथ आपकी मशहूर व बेदारी पैदा करने वाली प्रोफाइलों से जुड़ जाते हैं जिनको फंसा कर ये उनका काम रोकना चाहते हैं, ज़्यादा प्रोफाइल बनाने का मक़सद ये होता है के किसी प्रोफाइल को ब्लॉक कर देने के बाद भी आप पर नज़र रखी जा सके और फिर उनमें से किसी प्रोफाइल से ये आपके क़रीबी बनते हैं और किसी प्रोफाइल से आपके आजमाने वाले, साथ ही ये आपके क़रीबी दिख कर आपके दोस्तों से जुड़ कर उनका भी भरोसा जीत लेते हैं फिर ये दूसरी id से आपको इनबॉक्स में आजमाते हैं और आपकी चैट को दिखा कर आपको बदनाम कर देते हैं जिस से आपका किया हुआ काम मिट्टी में मिल जाता है और आप पर यकीन किसी को नहीं रहता


दूसरा तरीक़ा ये होता है के ये अपनी दूसरी id से आपकी पोस्ट पर या इनबॉक्स में बेहद बेहूदा कॉमेंट्स करते हैं जिस से आप गुस्से में आ कर या तो गैर कानूनी जवाब लिखने लगते हैं या गैर कानूनी पोस्ट्स कर बैठते हैं और यहीं इनका काम हो जाता है, ये उन्ही कॉमेंट्स/पोस्ट्स के स्क्रीनशॉट्स ले कर आपकी id लिंक के साथ साइबर सेल को आपकी रिपोर्ट कर देते हैं, क्योंकि आपको ये पता नहीं होता के आपकी रिपोर्ट की जा चुकी है इसलिए आप बेफ़िक्री से अपनी प्रोफाइल इस्तेमाल करते रहते हैं जबकि दूसरी तरफ़ साइबर सेल आपकी प्रोफाइल की जन्म कुंडली खंगाल कर आपकी रिपोर्ट के सुबूत जुटा रहा होता है, और महीने डेढ़ महीने बाद जब आपको आपके जुर्म का सुबूत सहित कोर्ट का लीगल नोटिस मिलता है तब आप समझ नहीं पाते के आपके साथ ये क्या हुआ, यहां तक के आपको उस केस की याद भी सही से नहीं होती है न आप ये अंदाजा लगा पाते हैं के किस ने आपके साथ ये खेल किया, आप उस मामले का सूत्रधार प्रशासन को मान रहे होते हैं, जबकि कानून में सिर्फ़ ये बात अहमियत रखती है के आपने जुर्म किया है या नहीं, न के ये बात के आपने जुर्म किया या आपसे करवा दिया गया इसलिए जुर्म करवा देने का जवाब आपको बचाने लायक़ नहीं माना जाता


👉और तीसरे तरीक़े में ये मुनाफिक् लोग किसी मशहूर व लोगों के भरोसेमंद इंसान के खिलाफ़ उसको आजमाइश में ले कर ऐसे सच्चे/झूठे सुबूत बना लेते हैं जिससे उसको बदनाम किया जा सके, क्योंकि इंसान गलतियों का पुतला है इसलिए अक्सर किसी भी आजमाइश में न चाहते हुए भी गलती कर बैठता है, लेकिन फिर ये मुनाफिक उन सबूतों के साथ खुद सामने नहीं आते बल्कि उनको आम कराने के लिए किसी कम अक्ल इंसान का इस्तेमाल करते हैं जिस से ऐसे मामले के सामने आते ही लोग दो गिरोह में बंट जाते हैं और एक दूसरे पर इल्ज़ाम तराशी के साथ उनकी जानकारियां उन्ही मुनाफिकों से शेयर करने लगते हैं जिन्होंने वो पूरा खेल खेला होता है, क्योंकि वो मुनाफिक ख़ुद सामने न आ कर दोनों गिरोह के हमदर्द बने रहते हैं और इस तरह वो एक गिरोह बन कर काम कर रहे लोगों में बिखराव करने के साथ उनकी तमाम कमजोरियां हासिल कर लेते हैं जिनके ज़रिए बाद में वक्त वक्त पर उसके खिलाफ़ कार्यवाहियां अंजाम दी जाती रहती हैं


👉इसलिए सोशल मीडिया पर कोई गैर कानूनी बात या लफ़्ज़ इस्तेमाल करने/बिना सही जानकारी जल्दबाजी में कोई ख़बर फैलाने या किसी व्यक्ति विशेष,समुदाय या धर्म के ख़िलाफ़ कोई बेबुनियाद बात करने से हमेशा बचें, और किसी ऐसे इंसान पर बिलकुल एतबार न करें जो आपका हमदर्द होने का दावा करे और अपनी पहचान भी छुपाए रखे, इसका मतलब ये नहीं के किसी पर पहचान छुपाने की एवज में इल्ज़ाम तराशी ही की जाए या उसको बुरा ही समझा जाए लेकिन ऐसे इंसान के साथ इतना एहतियात ज़रूर रखा जाए के आप उस पर अंधा यक़ीन करते हुए उसको अपनी या किसी दूसरे की ज़ाती ज़िंदगी व कमज़ोरियां की जानकारी बिलकुल न दें, न किसी कमज़ोर इमेज वाले इंसान के बहकावे में आ कर किसी अनजान इंसान पर अंधा यक़ीन कर के किसी की जानकारियां उसको दें क्योंकि जो गलती इंसान अपनी वॉल पर पोस्ट में नहीं करता वो अक्सर इनॉक्स में कर बैठता है क्योंकि उसको लगता है के यहां उसको कोई नहीं देख रहा के वो क्या क्या बाते कर रहा है.. अगर आप सोशल मीडिया इस्तेमाल करते हुए ये चंद बातें अमल में रखेंगे तो इंशाल्लाह कभी कोई दुश्वारी नहीं होगी.. वर्ना तो आप पर बातिल की पूरी नज़र है और वो बस मौक़े की तलाश में है


✍️ Mansoor Adab Pahasvi

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