खुलासा ए क़ुरआन - सूरह (099) अज़ ज़िलज़ाल
بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ
सूरह (099) अज़ ज़िलज़ाल
जब ज़मीन अपने रब के हुक्म से पूरी शिद्दत के साथ हिला मारी जायेगी। वह अपना बोझ निकाल कर बाहर डाल देगी। इंसान हैरत से बोल पड़ेगा कि आख़िर इसे हो क्या गया है? उस दिन ज़मीन गुज़रे हुए हालात बयान करेगी। लोग अलग अलग निकलेंगे ताकि उनके आमाल उन्हें दिखाये जाएं। जिस ने कण बराबर भलाई की होगी वह उसको देख लेगा। और जिस ने कण मात्र बुराई की होगी वह भी उसको देख लेगा। (1 से 8)
आसिम अकरम (अबु अदीम) फ़लाही
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