Khulasa e Qur'an - surah 103 | surah al asr

Khulasa e Qur'an - surah | quran tafsir

खुलासा ए क़ुरआन - सूरह (103) अल अस्र


بِسْمِ اللَّهِ الرَّحْمَٰنِ الرَّحِيمِ


सूरह (103) अल अस्र


जिसके अंदर यह चार विशेषताएं पाई जाएं केवल वही नुक़सान में नहीं रहेंगे।

◆ ईमान 

◆ नेक अमल 

◆ एक दूसरे को हक़ की वसीयत और दावत 

◆ और दावत के सिलसिले में पेश आने वाली मुसीबतों पर एक दूसरे को सब्र की नसीहत। 

(1 से 3) 


आसिम अकरम (अबु अदीम) फ़लाही

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