कलौंजी: मौत के सिवा हर बीमारी की शिफ़ा
रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया, “इस काले दाने (कलौंजी) में मौत के अलावा हर बीमारी की शिफ़ा है।” [सहीह बुख़ारी: 5688 | सहीह मुस्लिम: 2215]
यानी कलौंजी अल्लाह की बनाई हुई ऐसी दवा है जो कई बीमारियों में फ़ायदे देती है।
साइंटिफ़िक रिसर्च के हिसाब से कलौंजी में Thymoquinone और दूसरे एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो शरीर को मज़बूत करते हैं और बहुत सी बीमारियों से बचाते हैं।
जिन बीमारियों में फ़ायदे मंद:
1. डायबिटीज़: शुगर कंट्रोल करता है, इंसुलिन रेज़िस्टेंस कम करता है।
2. ब्लड प्रेशर (Hypertension): हाई BP को कम करने में मददगार।
3. दिल की बीमारियाँ: कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड को घटाता है, हार्ट अटैक के रिस्क को कम करता है।
4. मोटापा (Obesity / Weight Loss): मेटाबॉलिज़्म तेज़ करता है, भूख को कंट्रोल करता है।
5. अस्थमा और एलर्जी: सांस की तकलीफ़ और एलर्जी में राहत।
6. जोड़ों का दर्द (Arthritis): सूजन और दर्द कम करता है।
7. पाचन तंत्र की बीमारियाँ: गैस, कब्ज़, एसिडिटी और पेट दर्द में फ़ायदा।
8. कैंसर पर रिसर्च: कई लैब स्टडीज़ में कैंसर सेल्स की ग्रोथ को रोकने का असर।
9. लिवर और किडनी की सुरक्षा: इनके फ़ंक्शन को बेहतर बनाता है।
10. स्किन और बाल: दाने, इंफेक्शन और बाल झड़ने में फ़ायदा।
11. इम्यूनिटी (प्रतिरोधक शक्ति): बीमारियों से लड़ने की ताक़त बढ़ाता है।
इस्तेमाल करने के तरीके
1. बीज (Seeds): 5–7 दाने चबा कर या गुनगुने पानी के साथ।
2. पाउडर: ¼–½ चम्मच पाउडर सुबह खाली पेट।
3. तेल (Oil): ½ चम्मच तेल शहद या गुनगुने पानी में।
4. ज़्यादा मात्रा में न लें (1–2 चम्मच से ज़्यादा रोज़ाना नहीं)।
सावधानियाँ
- ये इलाज का विकल्प (replacement) नहीं, बल्कि सपोर्ट है।
- गर्भवती महिलाएँ और इंसुलिन लेने वाले मरीज इसे डॉक्टर की सलाह से ही लें।
- शुगर और ब्लड प्रेशर के मरीज रेगुलर मॉनिटरिंग ज़रूर करें।
नतीजा
कलौंजी, जिसे नबी ﷺ ने "हर बीमारी की शिफ़ा" बताया, आज साइंस भी उसकी ताक़त मान चुकी है। लेकिन सही मात्रा और हिकमत के साथ, और डॉक्टर की सलाह लेकर इस्तेमाल करना ही असली दवा है।
By Team Islamic Theology

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