खुलासा ए क़ुरआन - सूरह (108) अल कौसर
सूरह (108) अल कौसर
नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम के बेटे क़ासिम का पहले इंतेक़ाल हो चुका था फिर दूसरे बेटे अब्दुल्लाह का भी इंतेक़ाल हो गया तो आस बिन वायेल, उक़बा बिन मुईत, अबु लहब, और अबु जहल ने ख़ुशी मनाते हुए यह प्रचार शुरू कर दिया कि मुहम्मद की तो जड़ ही कट गई यानी जब उनकी नस्ल ही नहीं चलेगी तो कोई उनका नामलेवा नहीं होगा। उसपर यह सूरह नाज़िल हुई। (तफ़्सीर इब्ने कसीर )
यह क़ुरआन की सबसे छोटी सूरह है।
"हमने आप को कौसर अता किया। आप अपने रब की रज़ा के लिए नमाज़ पढ़िए और क़ुरबानी कीजिए। आप के दुशमन ही जड़ कटे (अबतर) हैं" (1 से 3)
नोट:- कौसर एक नहर है जो आख़िरत में नबी सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम को अता की जाएगी, जिसके दोनों किनारों पर ख़ोलदार मोतियों के डेरे लगे हुए हैं और पीने के बर्तन सितारों की तरह अनगिनत हैं। (सही बुख़ारी 4965)
आसिम अकरम (अबु अदीम) फ़लाही
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